ताजा खबर
Karwa Chauth 2024 Upay: करवा चौथ पर महिलाएं करें ये उपाय, रिश्ता होगा अटूट, पार्टनर का मिलेगा प्यार,...   ||    Kalki Avatar: धर्म की स्थापना के लिए होगा भगवान कल्कि का आगमन, 2 मिनट के इस वीडियो में जानें कब लेंग...   ||    Karwa Chauth 2024: करवा चौथ पर भद्रा का साया, पूजा के दौरान पढ़ें ये मंत्र और आरती, वीडियो देखें और ...   ||    Karwa Chauth 2024: करवा चौथ पर छलनी से क्यों करते पति का दीदार? कैसे देना चाहिए अर्ध्य, वीडियो में ज...   ||    Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||   

नए संसद परिसर में हैं छह द्वार, आप भी जानें सभी के बारे में

Photo Source :

Posted On:Friday, September 22, 2023

मुंबई, 22 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)   संसद का विशेष सत्र मंगलवार, 19 सितंबर से नए संसद परिसर में फिर से शुरू हो गया है। दोनों सदन नए भवन में स्थानांतरित हो गए हैं, जिसे 971 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इसका उद्घाटन मई की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नए संसद परिसर में छह द्वार हैं, जिनका नामकरण दिलचस्प तरीके से किया गया है। नाम भारतीय लोककथाओं के वास्तविक और पौराणिक प्राणियों का मिश्रण हैं। प्रत्येक दरवाजे को उन प्राणियों के आकार में भी बनाया गया है जिनके नाम पर इसका नाम रखा गया है। आइए नए संसद परिसर के इन छह द्वारों के बारे में और जानें।

गज द्वार

इस गेट का नाम एक हाथी के नाम पर रखा गया है और यह संसद परिसर के उत्तरी किनारे पर स्थित है। हाथी बुद्धि, स्मृति, धन और बुद्धि से जुड़े हैं। गणेश चतुर्थी के अवसर पर संसद का विशेष सत्र भी नये परिसर में शुरू हुआ। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान गणेश को नई शुरुआत का सर्वोच्च प्रतीक माना जाता है, उनका सिर भी हाथी का है।

अश्व द्वार

अश्व द्वार का नाम एक घोड़े के नाम पर रखा गया है और यह ओडिशा के कोणार्क में सूर्य मंदिर से प्रेरित है। भारतीय लोककथाओं में घोड़ों को शक्ति, शक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है।

शार्दूल द्वार

शार्दुला शेर और बाघ का एक संकर रूप है। यह शक्ति और अनुग्रह के सही संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है। शार्दुला परिसर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित है, जो सार्वजनिक प्रवेश द्वार भी है। यह मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गुजरी महल संग्रहालय में संरक्षित पत्थर की मूर्ति से प्रेरित है।

हंसा द्वार

हम्सा द्वार कर्नाटक के हम्पी में स्थित विजय विट्ठल मंदिर से प्रेरित है। यह गेट उत्तर-पूर्वी सार्वजनिक प्रवेश द्वार पर स्थित है। हम्सा विवेक, आत्म-साक्षात्कार और ज्ञान की शक्ति से जुड़ा है।

गरुड़ द्वार

भवन के पूर्वी प्रवेश द्वार पर गरुड़ की मूर्ति है, जो शक्ति और धर्म का प्रतीक है।

मकर द्वार

पश्चिमी सार्वजनिक प्रवेश द्वार पर स्थापित मकर प्रतिमा कर्नाटक के हलेबिदु में स्थित यूनेस्को-मान्यता प्राप्त होयसलेश्वर मंदिर से प्रेरित है। मकर विविधता में एकता और सभी धर्मों के लोगों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का प्रतीक है।


भोपाल और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Bhopalvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.